बुरा दौर है आया

बुरा दौर है आया

गीत ✍️ उपमेंद्र सक्सेना एडवोकेट

भटका इधर-उधर जीवन भर
बादल सा आवारा
गँवा दिया जो वक्त सुनहरा
लौटा कब दोबारा।
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किया हुस्न ने जिसके पागल
और अदा ने घायल
चलती थी वह ठुमक- ठुमक जब
बजती छम- छम पायल
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देखा पहली नज़र उसे जो
दिल अपना था हारा
गँवा दिया जो वक्त सुनहरा
लौटा कब दोबारा।
🌹🌹
रूठे  हमसे अपना साया
बुरा दौर है आया
माना जिसको हमने अपना
उससे धोखा खाया
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समझे नहीं छलावा उसका
जब किस्मत ने मारा
गँवा दिया जो वक्त सुनहरा
लौटा कब दोबारा।
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नभ में जितने चाँद- सितारे
उतने ज़ख्म हमारे
लगता अब तो आज यहाँ पर
गम ने पाँव पसारे
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टूटा है दिल अपना जब से
मदिरा बनी सहारा
गँवा दिया जो वक्त सुनहरा
लौटा कब दोबारा।
🌹🌹
✍️ उपमेंद्र सक्सेना एडवोकेट
'कुमुद- -निवास''
बरेली (उत्तर प्रदेश)
 मोबा.- 9837944187

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